प्रिये मित्र एवं भारत के सच्चे सेवक,
आज हम भारत के स्वरुप से भली-भांति परिचित हैं. प्रतिदिन आप भी इन घटनाओं से परिचित होते रहते हैं -
आज हम भारत के स्वरुप से भली-भांति परिचित हैं. प्रतिदिन आप भी इन घटनाओं से परिचित होते रहते हैं -
- खाने पीने की चीजो में मिलावट.
- खेतों में डाली जाने वाली रासायनिक खादों के भयंकर परिणाम - जो अब सामने आने लगे हैं.
- देश की लचर अर्थव्यवस्था - गरीब आदमी और अधिक गरीब, अमीर आदमी और अधिक अमीर होता जा रहा है.
- महंगाई की मार, दिन प्रति-दिन बदती महंगाई ने बदले मानवीय मूल्य.
- दिन-रात मेहनत करके भी आम आदमी अपना बजट नहीं संभाल पाता, चारो तरफ मची है लूट.
- सामाजिक शिक्षा का स्तर हुआ जीरो.
- देश के चंद लोग जो शासन व्यवस्था को सँभालते है, अब केवल भारत को लूटने से मतलब रखते हैं.
- आम आदमी की कटती जेब का आम आदमी को ही पता नहीं चल पाता!
- कहने को तो बहुत कुछ है, किन्तु निचोड़ यह है, की क्या आप इस बारे में सोचते हैं.
क्या ये मिलावट करने वाले, जमाखोर, घूसखोर, भ्रस्त अफसर, भ्रष्ट नेता, भ्रष्ट पाश्चात्य कम्पनियाँ, भ्रष्ट प्रशाशन और इन सबसे अधिक खतरनाक - आभाव में जीने वाला और प्रतिदिन धीरे धीरे भ्रष्ट होता हुआ आम आदमी, इस देश की सामरी ताकत - आम आदमी, अब केवल भ्रष्ट होने और गलत तरीके से पैसा कमाने की बात पहले सोचता है.
क्या ये हमारे प्यारे भारत के लिए खतरनाक नहीं है? इसका खामियाजा आज भले ही हम ना भुगते - पर ये तय है की हमारी आने वाली पीढ़ी इसका खामियाजा अवश्य भुगतेगी, और ऐसा हमें मंजूर नहीं.
पिछले दस सालो से धीरे-धीरे जो सिस्टम "ग्राहक संगठन" विकसित हुआ और सन-2000 में एक अभियान की शुरुआत हुई, जिसको सन-1994, में भारत में लाने एवं लागू करने का प्रयास उस वक्त के वित्त-मंत्री, एवं आज के प्रधान-मंत्री माननीय श्री मनमोहन सिंह जी ने किया, जिसको सार्थक रूप दिया - लाखो लोगो के आंसू पोंछने वाले, लाखो लोगो को इस सिस्टम के माध्यम से आर्थिक रूप से आज़ाद कराने वाले इस धरती पर स्वयं परमात्मा के अवतार महान आत्मा - श्री टी.सी. जी छाबरा, राजस्थान के कसबे केकरी में जन्मे, कपडे के व्यापार से जुड़े पहले से ही करोडपति १९७४ से जिनका भीलवाडा में दुनिया का सबसे बड़ा कपडा उद्योग रहा है. इस सिस्टम को अध्यन किया और एक ही झटके में अपना पुराना व्यवसाय को दाव पर लगा कर इस सिस्टम को चंद लोगों को अपने साथ लेकर शुरू किया, कई बार उन लोगो का विश्वाश डगमगाया किन्तु टी.सी. जी अडिग रहे - आज ग्यारह साल पश्चात आर्थिक आजादी के इस अभियान को घर घर में पहुंचा दिया ! एक करोड़ पचास लाख से ज्यादा भारत के लोगो ने आज इसे अपना कर अपने आपको सिद्ध कर दिखाया है...
आइये जानते हैं इस सिस्टम के बारे में - क्या है ये? सिस्टम, क्यों? (करें) अपनाएँ इस सिस्टम को, कैसे करें ? (स्वयं को आर्थिक आज़ाद)
क्या है? - दोस्तों ये सिस्टम केवल व्यवस्था का बदलाव है - पुरानी व्यवस्था से निकल कर नयी व्यवस्था में प्रवेश (प्रकृति का नियम है निरंतर - बदलाव, आज हम बदले तो हम वक्त हमारा होगा, नहीं तो हालत के हाथो हमें एक दिन बदलना हमारी मजबूरी होगी फिर होंगे हम वक्त के गुलाम - डॉ. प्रवीण शर्मा)
ये तो सभी मानते है की हम सब ग्राहक हैं? और अपने जीवन में हमारे पूर्वज भी खरीदारी करते आये हैं.... और हम भी घरेलु खरीदारी करते हैं.. आईये जानते हैं. क्या है? खरीदारी का सही तरीका अर्थात - (राईट कांसेप्ट ऑफ़ मार्केटिंग - RCM ) इससे पहले जानते हैं पुरानी खरीदारी की व्यवस्था को:
२०० रूपये में मिला ------पचास प्रतिशत पैसा इन बिचोलियो के पास जाता है --------- १०० रूपये का सामान
गौर करिये - इस पुरानी व्यवस्था के अन्तर्गत ग्राहक खुदरा दूकानदार से सामान खरीदता है, खुदरा दूकानदार सामान बनाता नहीं है, वो भी सामान थोक व्यापारी से लेकर आता है, थोक व्यापारी भी वितरक से सामान लेता है और वितरक C&F से सामान लेते है, ये C&F सीधे निर्माता से सामान लेकर हर शहर में अपने गोदामों में रखते हैं, जोकि राज्यों के सीमावर्ती इलाकों में हुआ करते हैं.
निर्माता मजबूरन अपने सामान का विज्ञापन बड़े - बड़े नामी चेहरों से अपना विज्ञापन कराया करते हैं जैसा कि आप रोज टीवी, अखबार और अन्य माध्यमो में देखते सुनते पढते होंगे. इन प्रचारो पर करोडो अरबों रुपयों का खर्च आता है. जो कि किसी भी वस्तु की कीमत में शामिल हो जाता है. विभिन् प्रकार के ये लुभावने किन्तु सरासर झूठे विज्ञापन भोले - भाले करोडो लोगो को अपनी और आकर्षित करते हैं, प्रलोभित करते है. फॉर मोर इन्फो कृपया ये विडियो देखें...दिनेश जी स्टार रूबी .. अर्थात इस चैनल के के बीच ग्राहक कि खून पसीने की कमाई का लगभग पचास प्रतिशत पैसा इन बिचोलियों के पास चला जाता है. साथ ही साथ ये बिचोलिये अधिक मुनाफे के चक्कर में नकली सामान भी बनाते हैं, या मिलावट करके अधिक देश कि जनता के स्वास्थ्य से भी खिलवाड़ करते हैं. साथ ही साथ अरबों रुपयों की टैक्स चोरी भी ये लोग किया करते हैं. क्या आप इसे सहन करते रहेंगे? --- ये है पुरानी व्यवस्था !
नयी व्यवस्था -- खरीदारी का सही तरीका (RCM ):-
ग्राहक / आप -------- आर. सी. एम्. शॉप ----------निर्माता / कंपनी
इस व्यवस्था के तहत ग्राहक/आपका का सीधा सम्बन्ध निर्माता से होता है. जिसके सीधे फायदे केवल ग्राहक/आपको होते हैं. जैसे:-
- नकली सामान से बचाओ होता है, अर्थात आपको मिलता है असली सामान जोकि आपका अधिकार है.
- बिचोलियो के पास जाने वाला आपकी गाढ़ी कमाई का पैसा बचता है.
- इस आर.सी.एम्. व्यवस्था में ९% पैसा आर.सी.एम्. शॉप पर खर्च होता है. बाकि का ४१% पैसा एक सिस्टम के माध्यम से वापस ग्राहक को प्राप्त होता है.
आर. सी एम्. से मात्र खरीदारी के फायदे:
टाइम, मनी, सिक्यूरिटी - इन तीनो चीजों का आभाव अक्सर सभी के जीवन में पाया जाता है. एक अध्यन के अनुसार:-
- असली सामान की गारंटी
- उचित मूल्य अर्थात नंबर १ क्वालिटी के सामान पर सीधी बचत
- रजिस्ट्रेशन कार्ड (डिस्ट्रीब्यूटर नम्बर ) लेने पर : 51000/- रूपये का दुर्घटना बीमा मुफ्त सारी उम्र के लिए जिसका आपको कोई पैसा कभी नहीं देना होता. एवं प्रत्येक वस्तु जो आप खरीदते हैं - पर बिजनेस वोल्यूम - बी. वी., 500 बी. वी. पर 1 पॉइंट, हर 5 पॉइंट पर रूपये 250/- आपके खाते में ट्रान्सफर, 10 पॉइंट होने पर रूपये 250/- एवं लोयाल्टी क्लब में आपकी एंट्री - अर्थात एक लोयाल्टी पॉइंट. प्रत्येक लोयाल्टी पॉइंट का लकी ड्रा में क्रमशः 11000/- के लिए 5 नाम, 5000/- के लिए 1 नाम, 1000/- के लिए 1 नाम का प्रवेश प्रत्येक महीने बशर्ते आपके घर में 1000/- रूपये का हल्दी नमक मिर्च, तेल साबुन, जूता चप्पल प्लास्टिक का सामान, दाले, आटा आदि लगभग गुड मोर्निंग से लेकर गुड नाईट तक का सामान लगता हो. और आज के समय में हर घर में 2000/- से अधिक का सामान अवश्य ही लगता है. ड्रा के माध्यम से कंपनी आपको 61000/- देने का वायदा करती है. जब तक ये आपको नहीं आ जाता आपका नाम लोयाल्टी ड्रा में जाता रहेगा, पूरे वर्ष में यदि आपका नाम ड्रा में नहीं आता तो आपको बोनस के रूप में साल के अंत में 4000/- गारंटीड मिलते हैं. इस बार मार्च में कंपनी ने इसी बोनस के रूप में विश्व का सबसे बड़ा बोनस बांटा है - लगभग 23 करोड रुपये,
टाइम, मनी, सिक्यूरिटी - इन तीनो चीजों का आभाव अक्सर सभी के जीवन में पाया जाता है. एक अध्यन के अनुसार:-
- सर्विसमैन के पास - टाइम नहीं होता, पैसा नहीं होता, जीवन सुरक्षा नहीं होती, किन्तु तनाव अवश्य होता है.
- बिजनेस मैंन के पास - टाइम नहीं होता, पैसा खूब होता है, जीवन सुरक्षा नहीं होती, किन्तु तनाव इसके पास अत्यधिक होता है.
- प्रोफेशनल्स के पास - टाइम नहीं होता, पैसा हो सकता है, जीवन सुरक्षा नहीं होती, तनाव इसके पास भी बहुत होता है.
- किसान के पास - टाइम बहुतायत में होता है, पैसा नहीं होता, जीवन सुरक्षा नहीं होती, टेंशन इसके पास भी बहुत होती है.
- बेरोजगार के पास - टाइम - ही- टाइम होता है, पैसा तो सवाल ही पैदा नहीं होता, सुरक्षा का भी कोई अर्थ नहीं, तनाव की तो पूछो ही मत.
- RCM बिजनेसमैंन के पास - टाइम खूब पाया जाता है, धन भी पैदा होता जाता है, जीवन सुरक्षा ऐसी की अपने बाद भी नोमिनी को पैसा आता रहता है और बढ़ता रहता है, टेंशन का सवाल ही नहीं उठता केवल मौज मस्ती ही होती है.
RCM देता है इन सभी चीजों का हल, साथ ही जीवन सम्बन्धी उच्च एवं संस्कारी शिक्षा, व्यक्तित्व विकास- आपको मौका मिलता है - आगे बढ़ कर स्टेज पर बोलने का, नए लोगों, क्षेत्र, संस्कृति के साथ मिलकर चलने से होगा आपका और आपके व्यक्तित्व का विकास. आत्मविश्वाश - यदि आप सोचते हैं कि मुझे मौका मिलता आगे बढ़ने का तो मैं राज करता! तो RCM देता है आपको आगे बढ़ने का, कामयाब लोगो से सम्बन्ध बनाने का, नए लोगों से मिलकर आगे बढ़ने का, इससे बढ़ता है आपका आत्मविश्वाश और आप बन सकते हैं - स्टार. आपको नाम मिलता है, पहचान मिलती है, मान सम्मान मिलता है, आर्थिक आज़ादी मिलती है, आधुनिक सुरक्षा मिलती है. दूसरों की भलाई का अवसर मिलता है, आपसी सहयोग मिलता है, अंतत: कर भला, सो हो भला, भला करते जाओ लाभ होता जायेगा... इस कहावत को RCM पूरी तरह सिद्ध करता है.
कैसे बनता है ये बिजनेस: यदि आप इस पावन अभियान में शामिल होकर इसके विस्तार में सहयोग करते हैं तो आपको विज्ञापन का पैसा भी मिलने लगता है और आप कंपनी के प्रोफिट में हिस्सेदार हो जाते हैं. क्या करना है आपको: लोगों को जानकारी देकर आप नेटवर्क को बढ़ा कर असीमित धन कमा सकते हैं. लोगो को लाभ पहुंचाना उनका रजिस्ट्रशन करवाकर उनको लोयाल्टी क्लब में शामिल करवाना लोगों को भी और आपको भी आर्थिक रूप से आज़ाद कर देता है.
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कैसे हो सकते है आप इसमें शामिल: जिस भी व्यक्ति ने आपको संपर्क में लिया आपको इस सिस्टम के बारे में अवगत कराया उसके निर्देश अनुसार उसकी लाइन ऑफ स्पोंसोर्शिप में अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं, बिना लाइन ऑफ स्पोंसरशिप के इस सिस्टम में शामिल नहीं हुआ जा सकता, संबधित व्यक्ति का फिर ये दायित्व बन जाता है की वो आपका भरपूर मार्ग दर्शन करे जब तक आप कामयाब नहीं हो जाते. इसके रजिस्ट्रेशन हेतु आपको केवल एक बार जीवन की सबसे बड़ी जरूरत "कपडा" खरीदना होता है, जिसको पैकज के रूप में दिया जाता है और जो निम्न प्रकार से है.
- 1320/- दो कोट पैंट (2 सूट) का कपडा
- 1400/- एक कोट पैंट, एक पैंट शर्ट, का कपडा एवं एक ऑफिस बैग मिलता है.
- 1410/- तीन सफारी सूट का कपडा
- 1500/- तीन पैंट शर्ट का कपडा एवं एक बैग.
- 1890/- तीन पैंट शर्ट का कपडा, इस बिजनेस से सम्बन्धी टूल्स एवं एक बैग मिलता है - प्रस्तावित एवं सराहनीय
अधिक जानकारी के लिए आप संपर्क कर सकते है..
- जिसने आपको इसकी जानकारी दी ---------- XYZ
- सीधे मुझ तक आप पहुँच सकते है --------- 09212943002 , drpraveen.rcm@gmail.com , rcmjeevan.blogspot.com पर टिप्पणी छोड़ कर, फेसबुक पर fasebook.com/drpraveen.rcm